भवानीपुर में नहीं होगा हाईवोल्टेज मुकाबला, भाजपा ने बदला मूड
कोलकाता। 2021 का विधानसभा चुनाव जहाँ सबकी निगाहे नंदीग्राम पर टिकी हुई थी चूंकि इस सीट से पहली बार तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी चुनावी मैदान में अपने ही पार्टी के सिपाही रहें शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ चुनाव लड़ रही थी। 2026 के विधानसभा का काउडाउन शुरू हो गया हैं और बंगाल की जनता की निगाहे इस बार भवानीपुर विधानसभा केन्द्र पर टिंकी हुई हैं चूंकि विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने इस सीट से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ चुनाव लडऩे की हुंकार भरा था। लेकिन शुभेंदु अधिकारी ने मंगलवार को जो बयान दिया हैं उससे अटकलें तेज हो गयी हैं क्या शुभेंदु भवानीपुर के मैदान में नजर नहीं आयेंगे?
चूंकि मंगलवार को शुभेंदु ने कहा कि भाजपा उम्मीदवार उतारेगी और मुख्यमंत्री को हराएगी। अब लाख टके का यह सवाल बंगाल राजनीतिक गलियारें में घूम रहा है कि क्या शुभेंदु ने बैक गेयर लगा दिया हैं? सवाल ये भी उठ रहा हैं कि क्या शुभेंदु को भवानीपुर में हार का डर सता रहा हैं? क्या उनके लिए नंदीग्राम की तुलना में भवानीपुर जीतना आसान है?
शुभेंदु ने पहले भी यह दावा किया था था कि आगामी विधानसभा चुनाव में वे भवानीपुर विधानसभा केन्द्र से चुनाव लड़ेगें। मंगलवार को
पत्रकारों से बात करते हुए शुभेंदु ने कहा कि ममता बनर्जी मुझसे 1,956 वोटों से हारी हैं। फिर से, मैं 2026 में भवानीपुर में भाजपा उम्मीदवार को मैदान में उतारकर उन्हें हराऊंगा। वह एक कंपार्टमेंटल मुख्यमंत्री हैं। उसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बंगाल में एक डबल कंपार्टमेंटल नेता के रूप में जानी जाएंगी। यहां तक कि तृणमूल भी अपना व्यंग्यबाण बंद नहीं कर रही है। कुणाल घोष ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि हम जानते हैं कि भवानीपुर विधानसभा केन्द्र 2026 में ममता बनर्जी को चौथी बार मुख्यमंत्री के रूप में विधायक के रूप में विधानसभा भेजने वाला है। अब अगर कोई भवानीपुर का नाम देखकर कहता है, मैं प्रचार के लिए वहां खड़ा रहूंगा, हैन करंगे, तैन करंगे, दिन के अंत में, कोई कुछ नहीं कर सकेगा। उन्होंने आगे कहा कि हमने शुरू से ही कहा है कि भवानीपुर के बारे में बात मत करो। इससे आपकी आंखें जल जाएंगी। ऐसा मत करो। आपने सुना नहीं है। अब आप बैकफुट पर आ रहे है।
इस सब के बीच भवानीपुर में शुभेंदु की उम्मीदवारी पर विवाद शुरू होने पर सुकांत ने 12 मार्च को कहा था कि अगर शुभेंदु बाबू पार्टी को भवानीपुर में चुनाव लडऩे का प्रस्ताव देते हैं, तो हम ख़ुशी से उस प्रस्ताव को स्वीकार करेंगे। उन्होंने शुभेंदु के फैसले का स्वागत करते हुए कहा था कि मेरा भी मानना ??है कि अगर शुभेंदु बाबू ममता बनर्जी के खिलाफ वहां खड़े होते हैं, तो ममता हार जाएंगी।